फिल्मकार अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली बाॅलीवुड अभिनेत्री पायल घोष (Payal Ghosh) काफी चर्चा में हैं. अब पायल ने कहा कि फिल्म निर्माता सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) के बाद अनुराग कश्यप से मिलने पर जिंदगी का पूरा मतलब ही बदल गया. पहले जिंदगी गुलाब की तरह खूबसबरत लगती थी. अनुराग ने इसका मतलब ही बदल दिया. ये बातें पायल ने ट्वीटर पर लिखी हैं.
पायल ने ट्वीट करते हुए लिखा,
“जब मैं पहली दफा सूरज बड़जात्या से मिली थी, तब मुझे लगा जिंदगी गुलाबों की तरह खूबसूरत है. लेकिन जब अनुराग कश्यप से मिली पूरा मतलब ही बदल गया. एक सिक्के के दो पहलू होते हैं. इसने मुझे एक अलग इंसान बना दिया. मैं पहले जैसे नहीं रही. कोई बात नहीं अब जिंदगी बेहतर है. अपने करियर के शुरूआती दिनों जैसा महसूस कर रही हूं.”
The first time I met Sooraj Barjatya Sir, thought’life is full of roses’& when I met Mr. Kashyap the whole meaning changed.Two sides of a coin. It changed me to a different person than what I used to be .. anyway life looks better now,feeling fresh as the early days of my career.
— Payal Ghosh (@iampayalghosh) October 10, 2020
इससे पहले उन्होंने ट्वीट के जरिए बताया था कि माफिया गैंग उन्हें मार डालेगा. पायल ने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय, पीएम मोदी (PM Modi) और महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा (Rekha Sharma) को टैग किया. पायल घोष (Payal Ghosh) ने ट्वीट करते हुए लिखा,
”नरेंद्र मोदी सर और रेखा शर्मा मैम, ये माफिया गैंग (Mafia Gang) मुझे मार डालेगा. ये मेरी मौत को सुसाइड या कुछ और बता डालेंगे.”
These mafia gang will kill me sir @PMOIndia @narendramodi sir @sharmarekha ma’am and will prove my death as suicide or something else 🙏🏼
— Payal Ghosh (@iampayalghosh) October 10, 2020
बुधवार यानी 7 अक्टूबर को बाॅम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में पायल के खिलाफ दायर की गई ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) की मानहानि वाली याचिका पर सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान पायल घोष ऋचा चड्ढा से बिना शर्त माफी मांगी थी. उन्होंने कहा कि ऋचा चड्ढा के बारे में दिए गए अपने बयान का उन्हें अफसोस है और वह बिना शर्त माफी मांगती हैं. ऋचा ने माफ भी कर दिया है.
दरअसल, बाॅलीवुड अभिनेत्री पायल घोष (Payal Ghosh) ने कुछ दिन पहले ही अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि अनुराग कश्यप ने उनके साथ जबरदस्ती की और बुरा बर्ताव किया है. पायल घोष, अनुराग कश्यप के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करावा चुकी हैं. पायल घोष के वकील नितिन सतपुते (Advocate Nitin Satpute) का कहना है कि अनुराग कश्यप के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 354, 341 और 342 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इसके बाद पायल घोष के आरोपों को खारिज करते हुए ऋचा चड्ढा (Richa Chadha), हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) और माही गिल (Mahie Gill) समेत कई एक्ट्रेस ने कहा था कि अनुराग कश्यप पर लगे आरोप झूठे हैं. हम सब अनुराग के साथ सहज महसूस करते हैं. पायल घोष ने इन अभिनेत्रयों पर निशाना साधते हुए एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अनुराग ने उन्हें बताया था कि जिन एक्ट्रेस ने उनके साथ काम किया उन्हें उनसे कभी कोई परेशानी नहीं हुई. मैं ऋचा चड्ढा को जब बुलाता हूं, वो दौड़ी चली आती हैं.
बता दें, 29 सितंबर को पायल घोष (Payal Ghosh) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात की थी. पायल ने राज्यपाल कोश्यारी से अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) पर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके जान को खतरा है इसलिए उन्हें y कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की जाए. मुलाकात के दौरान पायल के साथ उनके वकील नितिन सतपुते (Advocate Nitin Satpute) और आरपीआई नेता राम दास अठावले (Ram Das Athawale) भी मौजूद थे.
इससे पहले पायल घोष (Payal Ghosh) ने अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) से न्याय के लिए गुहार लगाई थी. ट्वीट करते हुए लिखा था “अनुराग कश्यप ने मेरे साथ जबरदस्ती की और बुरा बर्ताव किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी (PM Modi), आप जल्द-से-जल्द अनुराग के खिलाफ कारवाई करें. देश को पता चलना चाहिए कि इस बनावटी चेहरे के पीछे एक राक्षस है. मुझे पता है यह आदमी मुझे नुकसान पहुंचा सकता है और मेरी सुरक्षा खतरे में है. कृपया मेरी मदद कीजिए.”
फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) ने उनके ऊपर लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद कहा था. इसके साथ ही अनुराग कश्यप की वकील प्रियंका खिमाणी (Advocate Priyanka Khimani) ने एक आधिकारिक स्टेटमेंट जारी किया था. इस स्टेटमेंट में लिखा था कि मेरे क्लाइंट यानी अनुराग कश्यप के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोप बेबुनियाद हैं.