मैथिली फिल्म ‘ममता गाबय गीत’ का निर्माण साठ के दशक की शुरुआत में शुरु हुआ था. 1962-63 में ‘ममता गाबय गीत’ का निर्माण शुरू हुआ लेकिन आर्थिक समस्या और निर्माताओं के बीच मनमुटाव के कारण सिनेमाघरों के पर्दे तक आने में इसे 19 साल लग गए.
इससे पहले 1965 में ‛कन्यादान’ और 1979 में ‛जय बाबा बैद्यनाथ’ फिल्म बनकर प्रदर्शित हो चुकी थी. ‛ममता गाबय गीत’ फिल्म को प्रदर्शन के आधार पर तीसरी मैथिली सिनेमा माना जाता है।
हालांकि, ‘कन्यादान’ में फिल्म की स्टोरी ही ऐसी थी जिससे कुछ जगह हिंदी संवाद का प्रयोग किया गया था. जबकि ‛जय बाबा बैद्यनाथ’ में तकरीबन 60 फीसद संवाद हिंदी में ही थे. लेकिन ‛ममता गाबय गीत’ में संवाद पूर्णतया मैथिली में थे.
दुर्भाग्य की बात यह है कि ‛कन्यादान’ और ‛जय बाबा बैद्यनाथ’ की तरह ही इस फिल्म का एक भी प्रिंट अब उपलब्ध नहीं है।
फिल्म के प्रारंभिक निर्माता: महंथ मदन मोहन दास, उदयभानु ठाकुर, केदारनाथ चौधरी
बाद में निर्माताः रवींद्रनाथ ठाकुर और महेंद्र झा
निर्देशकः चौधरी परमानन्द
वितरकः गंगा भगत
गीतकारः रवींद्रनाथ ठाकुर, विद्यापति
संगीतः श्याम शर्मा (श्याम सागर)
गायकः महेंद्र कपूर, उषा त्रिमूर्ति, कृष्णा बोस, सुमन कल्याणपुरी, वैदेही मिश्रा ,रेखा झा

फिल्म के कलाकार
ठाकुरः उदय भानु ठाकुर
सुखिया (नौकारानी)- अजरा (मुख्य नायिका)
नंदा (सुखिया का पति) – प्यारे मोहन सहाय (मुख्य नायक)
ठाकुर की भाभी – पूर्णिमा देवी
ठाकुर की बहन – प्रेमलता मिश्र प्रेम
ठाकुर का भांजा – ललितेश झा
ठाकुर के भांजे की पत्नी – प्रभा मिश्रा
बौआ (ठाकुर का बेटा) – त्रिदीप कुमार (वास्तविक नाम- भवनाथ झा)
शनिचरी (सुखिया की भतीजी) – लता बोस (त्रिदीप कुमार के अपोजिट)
बौआ का दोस्त – शरत (कॉमेडियन)
लाला – कमलनाथ ठाकुर (खलनायक)
अन्य कलाकार आस नारायण मिश्र, रवींद्रनाथ ठाकुर ने भी फिल्म में छोटी भूमिका निभाई थी जबकि महेंद्र झा भी एक सीन में दिखाई दिए थे।
डबिंग आर्टिस्ट
सुखिया (अजरा):– वैदेही मिश्रा
शनिचरी (लता बोस) :- सारिका ठाकुर
बौआ (त्रिदीप कुमार) :- ललितेश झा
कमलनाथ ठाकुर :- रतिनाथ ठाकुर

फिल्म के गीत
- की कहू भैया रामे राम हो भाय, माता जे बिराजे मिथिले देश में – महेंद्र कपूर
- की आहो रामा – वैदेही मिश्रा/ रेखा झा
- कने बाजु अमोल – उषा टिमोथी /कृष्णा बोस
- चलल कहरिया – श्याम शर्मा (श्याम सागर)
- तोंहें जनु जाह विदेश – सुमन कल्याणपुरी
- अर्र बकरी घास खो, छोड़ गठुल्ला बाहर जो – गीता दत्त
- कमाल गोदना – सुमन कल्याणपुरी/उषा त्रिमूर्ति
- भरि नगरी में सोर, बौआ मामी तोहर गोर – सुमन कल्याणपुरी